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Showing posts from July, 2024

10. आखोय / जोनोड़ाव साबाद - अव्यय ( Indecilinable)

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 10. आखोय / जोनोड़ाव साबाद - अव्यय ( Indecilinable )  परिभाषा - वे शब्द जिनमें लिंग, वचन, कारक, पुरूष आदि के कारण विकार उत्पन्न नहीं होता, अव्यय कहलाते हैं। (जाहााँ साबाद हों जानाङ , गोटान , जानाङ लेकाते बाङ बेवहारोक् काना । ओना गे ओखोय को मेताक्आ । ओखोय रेयाक् माने दो - ' बाङ बोदोल ' हुयुक काना ।) उदाहरण - अब, यहाँ, वहाँ, क्यों, कौन, कैसे, इसलिए, तथा और जब इत्यादि। ओखोय रेनाड. प्रकार - 1. काजगुणुम /कानवा गुनुम ओखोय (क्रिया विशेषण) - Adverb  2. तोपोल /सागा़या़ बुझा़व ओखोय (संबंधबोधक) - Preposition 3. जोनोड़ /जोडाव बुझा़व ओखोय (समुच्यबोधक) - Conjuction 4. हाहाड़ा उनुदुक् /आयका़व ओखोय (विस्मायाधिबोधक) - Interjection 1. काजगुणुम (क्रिया विशेषण) परिभाषा - काजनुम साबाद रेयाक् गुणुम ला़लला़याक् साबाद गी काजगुणुम साबाद कु मितावाक्आ।  (कानवा / कामवा रेयाक् गुन ठावका बाबोत् ते बाडायोक् ओना गे कानवा गुनुम ओखोय को मेताक्आ ।) वाक्य में प्रयोग -  थोड़ा थोड़ा ते जोम पे।  बाय बाय ते इदिय में।  आडी लेगेम लेगेम मेम ताड़ाम एदा। उदाहरण - बाय बाय, थोड़ा थोड़ा, लेगेम लेग...

10. आखोय / जोनोड़ाव साबाद - अव्यय ( Indecilinable)

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 10. आखोय / जोनोड़ाव साबाद - अव्यय ( Indecilinable )  परिभाषा - वे शब्द जिनमें लिंग, वचन, कारक, पुरूष आदि के कारण विकार उत्पन्न नहीं होता, अव्यय कहलाते हैं। (जाहााँ साबाद हों जानाङ , गोटान , जानाङ लेकाते बाङ बेवहारोक् काना । ओना गे ओखोय को मेताक्आ । ओखोय रेयाक् माने दो - ' बाङ बोदोल ' हुयुक काना ।) उदाहरण - अब, यहाँ, वहाँ, क्यों, कौन, कैसे, इसलिए, तथा और जब इत्यादि। ओखोय रेनाड. प्रकार - 1. काजगुणुम /कानवा गुनुम ओखोय (क्रिया विशेषण) - Adverb  2. तोपोल /सागा़या़ बुझा़व ओखोय (संबंधबोधक) - Preposition 3. जोनोड़ /जोडाव बुझा़व ओखोय (समुच्यबोधक) - Conjuction 4. हाहाड़ा उनुदुक् /आयका़व ओखोय (विस्मायाधिबोधक) - Interjection 1. काजगुणुम (क्रिया विशेषण) परिभाषा - काजनुम साबाद रेयाक् गुणुम ला़लला़याक् साबाद गी काजगुणुम साबाद कु मितावाक्आ।  (कानवा / कामवा रेयाक् गुन ठावका बाबोत् ते बाडायोक् ओना गे कानवा गुनुम ओखोय को मेताक्आ ।) वाक्य में प्रयोग -  थोड़ा थोड़ा ते जोम पे।  बाय बाय ते इदिय में।  आडी लेगेम लेगेम मेम ताड़ाम एदा। उदाहरण - बाय बाय, थोड़ा थोड़ा, लेगेम लेग...

संताली व्याकरण/संथाली व्याकरण -9. तोङगेन साबाद ( प्रत्यय - Suffix )

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 9. तोङगेन साबाद ( प्रत्यय - Suffix ) परिभाषा - ञुनुम, उजीनुम, काजनुम आर गुणुम साबाद रे तोड.गेन कातेक् बेनाक् कान नावा साबाद दो तोड.गेन साबाद कु मिताक्आ ( जाहाँटाक साबाद एहोप् रे से ताला रे से तायोम रे लागाक्आ ओना दो तोंगेन को मेताक्आ।  जेलेका - आम, आन, इज्, आग, एत् एमान को दो तोंगेन काना।  आ + लाड. = आलाड. गोच् - गो + पो + च् = गोपोच्  एर + ओक् = एरोक् तोङगेन साबाद ( प्रत्यय - Suffix ) हा़टिञ़ – संथाली पारसी रे मूल साबाद सांवते तोंगेन जाहाँन साबाद रेगी लागाव दाड़ेयाक् काना ओना लेकाते संथाली पारसी रे तोंगेन दो पे (3) हा़टिञ रे मेनाक्आ - :- 1) माड़ाड. तोड.गेन (पूर्व प्रत्यय) 2) ताला तोड.गेन (मध्य प्रत्यय) 3) मुचा़त् तोड.गेन (अन्त प्रत्यय) 1) माड़ाड. तोडगेन ( उपसर्ग - Prefix ) ओनोरोम - जहाँटाक् साबाद रे एतोहोप सेच् खोन तोड. गेन साबाद जुड़ाक्आ आर नावां साबाद बेनाक्आ, माड़ाड. तोड.गेन साबाद कु मिताक्आ।  ( जाहाँ मूल साबाद रेयाक् माडाङ रे लागाक्आ ओना दो माडाङ तोंगेन से आयात (उपवर्ग) को मेताक्आ । ) जेलेका - सेन - आसेन ('आ' माडाङ तोंगेन)         ...

संताली व्याकरण/संथाली व्याकरण - 8. काजनुम/कजुम/कानवा/कामवा - क्रिया (Verb)

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 8. काजनुम/कजुम/कानवा/कामवा - क्रिया (Verb) परिभाषा :- ओकाठाक् साबाद होतते जाहांन कामी हुयुक् कान रेयाक् बाडोयोक्आ, ओना दो काजनुम कु मितावक्‌आ। ( जाहाँ साबाद ते जाहाँ कामी रेयाक् बाडायोक् ओना कानवा से कामवा को मेताक्आ ) जाहाँ लेका :– जोम, ञु, गेर, आगु, दुडुप, ओलोक, पाड़हाक्, ञेञेल, दड़ान एमान तियाक्। वाक्यों में प्रयोग - • इञ दोञ़ ओलोक् काना। • आम दोम पाड़हाक् काना। •आपे दो पे गातीक् काना। हटिज़ :- 1) कामावा रियाक् रूप आधार ते कामवा रियाक् हटिञ :- • क) टाटका काजनुम • ख) देनेबनान काजनुम • ग) निज काजनुम • घ) लेगोन काजनुम • ड.) जोनोड़ काजनुम क) टाटका काजनुम (तात्कालिक क्रिया) :-  टाटका काजनुम बेनाव रियाक् पेया धारा मिनाक्आ। पहिल धारा - काजनुम साबाद स्यिाक् ताला रे ' : 'तोड.गेन साबाद जोड़ाव लेनखान टाटका काजनुम बिना‌आ। उदाहरण साबाद - साबाद (मूल) तोड़गेन काजनुम साबाद ञेल : ञे:ञेल जोम : जो:जोम पारोम : ...

संताली व्याकरण / संथाली व्याकरण - 7. गुणुम-विशेषण (Adjectives)

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 7. गुणुम-विशेषण (Adjectives) परिभाषा :- ञुनुम से उजीनुम रेयाक् गुण लालयाक् साबाद दो गुणुम मेताक् काना। ( जाहां साबाद ते ञुनुम आर उजिनुम रेयाक् गुन लाय साबाद गे गुनुम को मेताक् आ।) जाहां लेका :- आराक् सादोम, माराङ होड़, नावा ओड़ाक्, हेंदे गाय, भागी होड़, उसुल होड़, आयामा होड़ एमान तियाक्। आराक् - सादोम नावा - ओड़ाक् हेंदे - गाय  माराङ,भागी, उसुल,आयमा - होड़ विशेषणों का वाक्य में प्रयोग :- 1. रसिक दोय एसेल कोड़ा काना। 2. हारयाड़ पंछीञ डिंगाया। 3. रांची दो रियाड़ गिया। प्रकार :-  1) गुनान गुणुम / गुन उदुक् गुनुम ( गुण वाचक विशलेषण )  2)लेखायाना: गुणुम / लेखा उदुक् गुनुम ( संख्यावाचक विशेषण ) 3)नाप ( सोंग) / ओज उदुक् गुणुम (परिमाणवचक विशलेषण)  4) उनुदुक / लाय गुणुम (संकेतवाचक विशलेषण) 1. गुनान गुणुम /गुन उदुक् गुनुम ( (गुण वाचक विशलेषण ) ओनोरोम :- ओकाठाक् साबाद ते ञुनुम से उजीनुम रियाक् गुण हालोत (स्वभाव) बाबोत ते बाडायोक्आ एमान, गुनान गुणुम को मितावाक्आ। (ञुनुम आर उजिनुम रेयाक् गुन लालायित् साबाद गे गुन उदुक् गुनुमको मेताक् आ ) जाहाँ लेका - हेड़ेम, जोजो, हेंदे, ह...

संताली भाषा ( syllabus )

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 संताली भाषा ( syllabus ) 1. व्याकरण - संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरुष, सजीव- निर्जीव, विशेषण, समान शब्द, विलोम शब्द, प्रत्यय, मुहावरा, बुझोवोल आदि । 2. साहित्य :- 1. संताली लोक साहित्य - अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, संतालों का उद्भव और विकास, गोत्र विभाजन, गाढ़ विभाजन, पर्व-यौहार, संस्कार, विवाह, मृत्यु आदि । 2. साहित्य :- 1. संताली लोक साहित्य - अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, संतालों का उद्भव और विकास, गोत्र विभाजन, गाढ़ विभाजन, पर्व-यौहार, संस्कार, विवाह, मृत्यु आदि । 2. लोकगीत - डाहार, बाहा, सोहराय, काराम, दोङ, सेरेज, विवाह, दासांय आदि। 3. कहानी- आगिल हापड़ाम कोवाः काथा, सोहराय, कविता, सोपोदोन आदि। 4. निबंध- सिदो-कन्हू हुल, बाबा तिलका माँझी हुल, डिबा-किसुन, बिरसा हुल, पर्व-त्यौहार, आगिल हापड़ाम् कोवाक् काथा आदि। 5. साहित्यकार- डोमन साहु समीर, भागवत मुरमू ठाकुर, दिगम्बर हाँसदाः, ठाकुर मुरमू ठाकुर, बाबूलाल मुरमू, केवलराम सोरेन, आदित्य मित संताली आदि। 6. संताली शिष्ट साहित्य- कविता - कुङ कुरूबुद (हरिहर हांसदा), सांवहेंत् (बादल मुर्मू), माराङोः (सारदा प्रसाद किस्कू), सेंगेल, बिरसा मुण्डा...

संताली व्याकरण/संथाली व्याकरण - 6. उजीनुम - सर्वनाम (Pronoun)

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 6. उजीनुम - सर्वनाम (Pronoun) परिभाषा :- ञुनुम बोदोल ते बेबाहोरोक् कान साबाद गी उजीनुम कु मिताक् काना। ( ञुनुम बोदोलते जाहांन साबाद लगाक्आ से माने बाडायोक् ओना दो उजिनुम को मेताआ ) जे लेका :- इञ, आम, उनी, उनकिन, ओना,नोवा,हाना, नुई, नुकिन, निया, एमान कु। वाक्य में प्रयोग :- चुनु दो गेल बोछोर रेन कोड़ा कानाय। 1) चुनु दो दिनाम गी ओलोक् ए चालाक् काना। 2) चुनु दो आडी चोरोक कोड़ा कान गेयाय ।  3) चुनु दो गो बाबावाक् हुकुम कोय दोहोयेदा। 4) चुनु लेका कोड़ा दो ओकोय बाय कुसीयामा। > घाने घाने चुनु साबाद बेबाहारोक् काना। आदो, 1) चुनु दो गेल बोछोर रेन कोड़ा कानाय । 2) उनी दो दिनाम गी ओलोक ए चालाक् काना। 3) उनीयाक् मुठा़न दो अडी चोरोक् गिताया। 4) उनीमाय हुकुम बताव कोड़ा कान गी । 5) ओनकान कोड़ा दो ओकोय बाको कुसीयाया । > चुनु बोदोल ते उनी, उनीयाक्, उनीमाय, ओनकान साबाद बेबाहारोक्आ।    उजीनुम रेयाक् हटिञ (Types of Pronoun) 1) जोना/होड़ उजीनुम ( पुरुषवाचक सर्वनाम - Personal Pronoun ) 2) निज उजीनुम ( निजवाचक सर्वनाम - reflexive pronouns )  3) ठा़वका उजीनुम (निश्चयवाचक सर्वना...

संताली व्याकरण / संथाली व्याकरण - 5. ञुनुम - संज्ञा (Noun)

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 5. ञुनुम - संज्ञा (Noun) परिभाषा :- जहांय होड़, जायगा आर जिनिस रेयाक् को ञुतुम दो ञुनुम कु मेतावाक्‌आ। ( जाहाँ साबाद ते होड़, जिनिस, जायगा, गुन, समान रेयाक् ञुतुमए ला़यआ ओना दो ञुनुम को मेताक्आ ) जाहाँ लेका - होड़, दारे, धिरी, फाद, राँची, दया - दुलाड़ एमान को। प्रकार :- माने आधार ते ञुनुम (संज्ञा) दो मोड़े रोकोम नोड.का लेका मिनाक्आ :- 1) जा़त ञुनुम (जातिवाचक संज्ञा - Common Noun) 2) ञुतुम ञुनुम (व्यक्तिवाचक संज्ञा - Proper Noun) 3)सेलेत् / गादेल ञुनुम (समुहवाचक संज्ञा - Collective Noun) 4) जिनिस ञुनुम (द्रव्यवाचक संज्ञा - Material Noun)  5) गुना़न / गुन / का़नवा़ ञुनुम (भाववाचक संज्ञा - Abstract Noun) 1. जा़त ञुनुम (Common Noun) परिभाषा :- ओका ठाक् ञुनुम साबाद ते जात बडाय दारामोक्‌आ जात जुनुम कु मिता‌वाक्आ।  ( जाहाँ साबाद ते मित् जायगा, जिनिस आर जिवियान ञुतुम बाडायोक् (common noun - जातिवाचक संज्ञा) ओना दो जा़त ञुनुम को मेताक्आ ) उदाहरण - चेंड़ें, गाय, बाहा, दारे, पेड़ा, गाडा, काडा, कुड़ी, गिदरा, महासोय एमान को। II. ञुतुम ञुनुम (Proper Noun) परिभाषा :- ओका ठाक् ञुनुम सा...

संताली व्याकरण/संथाली व्याकरण - 4. लिंग-जानाड. (GENDER)

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 4. लिंग-जानाड. (GENDER) परिभाषा- संताली व्याकरण रे ओनकान साबाद जाहाँ ते बाबा जोना आर गोगो जोना तालारे भेद बाडाय दारामो‌आ, जानाङ कु मितावाक्आ। ( जिवीयान बिन जिवीयान को ओकोय को दो कोड़ा जाङ रेन आर ओकोय दो कुड़ी जाङ रेन आर ओकोय को दो ओका जाङ रेन हों को बाङ काना, ओना जाङ उरूम काथा गे जानाङ को मेताक्आ ) प्रकार- संताली व्यकारण रे पुन लेकानाक् जानाड. नोंड. का लेका मिनाक्आः- (1) कोड़ाजानाड. (पुल्लिंग) (2) कुड़ीजानाड. (स्त्रीलिंग) (3) जा़तजानाड. (उभय लिंग) (4) हादजानाड. (निर्जिव लिंग) 1. कोड़ा जानाड. (पुल्लिंग) परिभाषा - जाहान् ञुनुम साबाद ते कोड़ा बाबोत ते बाडाय दारमोंक्‌आ, कोड़ा जानाड. कु मितावाक्आ।  ( जाहाँ ञुनुम साबाद ते कोड़ा जा़त रेयाक् बाडायोकआ ओना दो कोड़ा जानाङ को मेतावाक्आ ) उदाहरण- डांगरा, काडा, कोड़ा, बाना, आंडिया, बोदा इमान तियाक् । 2. कुड़ी जानाड. (स्त्रीलिंग) परिभाषा - जाहान् ञुनुम साबाद ते कुड़ी बाबोत ते बाडाय दारामोआ, कुड़ी जानाड. कु मितावाक्आ।  ( कुड़ि जा़त रेन दो कुड़ि जानाङ को मेताकआ ) उदाहरण- गाय, बितकील, कुड़ी, आयो, कालोट, पा़ठि इमान तियाक्।  3. जा़त ...

संताली व्याकरण/संथाली व्याकरण - 3. पुरूष - जोना/गोरान (Person)

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 3. पुरूष - जोना/गोरान (Person) परिभाषा:- ओनकान संताली साबाद ओका ते दो रोरोड़़ड़ीच् अञजोंमिच् से ओकोय बाबोत रे कु लाय एच कान दो जोना कु मितावाक्आ। (जाहाॅं साबाद ते मेमेन होड़, आंजोम होड़ आर जाहाँय बाबोत ते जाहांनाक् मेनोक्आ ओना दो गोरान से जोना को मेताआ ) प्रकार- संताली व्याकरण लेकाते जोना दो पे रोकोम लेका मिनाकआ :- 1. माड़ाञ/माड़ाङ जोना (First Person) उत्तम पुरुष  II. सामाड. जोना (Second Person) मघ्यम पुरुष  III. सागिंञ जोना (Third Person) अन्य पुरुष  1) माड़ाञ/माड़ाङ जोना (उत्तम पुरुष ) :- जाहां ठाक् संताली साबाद ते रोरोडिच् से ओओलिक् से मेमेनिच् बाबोत रे बाडाय दारामोक्आ, माड़ाञ/माड़ाङ जोना कु मितावाक्आ । ( जाहाँ गोरान ते मेमेन होड़े बाडायोक्आ, ओना दो माड़ाङ गोरान को मेताक्आ ) पोरतुल- इञ, आ़लिञ, आलाड.,आले । 2) सामाड. जोना (मघ्यम पुरुष):- जहां ठाक् संताली साबाद ते आंञजोममिच् जोना बाबोत ते बाडाय दारामोआ, सामाङ जोना कु मितावाक्आ।  ( जाहाँ गोरान ते आंजोम होड़े बाडायोक्आ, ओना दो सामाङ गोरान को मेताक्आ ) पोरतुल- आम,आबेन,आपे ।  3) सा़गिंञ जोना (अन्य पुरुष):-...

संताली व्याकरण/संथाली व्याकरण - 2. लेखा/गोटाड. - वचन (Number)

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 2. लेखा/गोटाड. - वचन (Number) परिभाषा - ञुनुम, उजीनुम, गुनुम, कुजुम रियाक् उका ठाक् रूप रे लेखा बाडाय दारामोक्आ, उना दो लेखा से गोटाड. कु मितावाक्‌आ। ( ञुनुम आर उजिनुम परिस जिवीयान बिन जिवीयानाक् को ओका रे तिन‌क् लेखा मेनाक्आ ओना गे गोटान को मेताआ ) प्रकार :- लेखा / गोटाड. दो, पे रोकोम मिनाक्आ :- 1. मित् गोटाड. (Singular Number) II. बारगोटाड. (Duel Number) III. सांगेगोटाड. (Plural Number) 1) मित् गोटाड. :- जहां ठाक् संताली साबाद ते एकेन मित् गोटाङ मानवा से जिनिस बाडाय दारायोक्‌आ ओनादो मित् मित् गोटाङ को मितावाक्आ। पोरतुल - सादोम, दारे, पुथी इमानतियाक्। पहचान रेनाक् चिन्ह - चेक् हों बाड. 2) बारगोटाड. :- जहां ठाक् संताली साबाद ते बार गोटाड. जिनिस से मानवा बाबोत रे बाडाया दारामोक्‌आ, ओना दो बार गोटाड. कु मितावाक्आ। पोरतुल - दारेकिन, सादोमकिन इमानतियाक् । पहचान रेनाक् चिन्ह - किन 3) सांगेगोटाङ. :- जाहां ठाक् संताली साबाद ते बारया खोन जस्ती जिनिस से मानवाक् बाबोत ते बाडाय दारामोआ, ओना दो सांगे गोटाड. कु मिताक्आ । पोरतुल - दारेको, सादोमको । पहवान् रेनाक् चिन्ह - को/कु । कुकुली :- प्र0...

संताली व्याकरण/संथाली व्याकरण - 1. पा़रसी आर रोनोड़ )

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 1. पा़रसी आर रोनोड़ पा़रसी: - पा़रसी मित् साधन काना, जहां ते निजेराक् मोन रेयाक् भावना एटाक् होड़ ठेन सोदोरोआ। नोवा मोने रेयाक् भावना सोदोर रेयाक् पोन्था काना। बेबोहार लेकाते पारसी बार रोकोम मेनाक्आ । (क) रोड़ तेयाक् (ख) ओल तेयाक् रोनोड़ : - रोड़ को जुत सा़हिच रोड़ गान ओचोय तेयाक् धाड़ सुतुर गे रोनोड़ । रोनोड़ ओना सासतोर काना, जाहाँ ते पारसी नापाय लेका ते ओल, रोड़ आर बुझा़व सेंडाक्आ। ओना गे रोनोड़ काना । चिकि : - पारसी रेयाक् रेहेत् आड़ाङ लागित् ठा़वका चिन्हा से चिकि से लिपि मेनाक्आ आर लिपि ताला तेगेबोन् ओल दाड़ेयाक् काना । संथाली रेयाक् चिकि दो बेगार - बेगार पोनोत् रे बेगार बेगार चिकि से लिपि ते ओलोक् काना। लिपि / चिकि पारसी पोनोत रोमन संथाली। झारखंड, बांग्लादेश, भुटान, बिहार, पश्चिम बंगाल, नेपाल ओलचिकि संथाली झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल देवनागरी संथाली झारखंड, बिहार • नितोक् संथाली पा़रसी संविधान रेयाक् आठवीं अनुसूची रे सामिल (सेलेद) तायोम JPSC, JSSC,...